मंगलवार, 11 मार्च 2014

उन्नत जीवन जो करना है

उन्नत जीवन जो करना है मन ॐ जपो मन ॐ जपो
भव सागर पार उतरना है मन ॐ जपो मन ॐ जपो

संकट के बादल घिर आयें छा जाये निराशा जो मन में
भयभीत हृदय जब हो जाये मन ॐ जपो मन ॐ जपो

विषयों के जब तूफ़ान उठे मन में चंचलता आ जाये
जब बुद्धि नैय्या  डोल उठे मन ॐ जपो मन ॐ जपो

चिंता की अग्नि धधक उठे मन में व्याकुलता छा जाये
सच्ची निष्ठां आधार बना मन ॐ जपो मन ॐ जपो

पथ दुर्गम हो कितना चाहे और जाना भी हो दूर हमें
अपार हृदय विश्वास लिए मन ॐ जपो मन ॐ जपो

 उन्नत जीवन जो करना है मन ॐ जपो मन ॐ जपो


(पूज्य स्वामी रामदेव जी द्वारा गाये भजन से)

इस भजन को उर्दू में पढ़ें

आपका अपना
भवानंद आर्य

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