ॐ
एक तेरी दया का दान मिले,एक तेरा सहारा मिल जाये ।
भव सागर में बहती मेरी,
नैय्या को किनारा मिल जाये ।
जीवन की टेढ़ी राहों पर,
चलकर न तुझको जान सका ।
आशाओं की झोली भर जाये,
एक तेरा द्वारा मिल जाये ।
एक तेरी दया का दान मिले।
मैं नर हूँ तुम नारायण हो,
इतना तो भेद ज़रूरी है ।
यदि शरण तेरी मैं पा ना सका,
नर तन तो दुबारा मिल जाये ।
एक तेरी दया का दान मिले।
बहुत सुन्दर भजन..
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