शुक्रवार, 16 मार्च 2018

नव वर्ष चैत्र प्रतिपदा, विक्रमी २०७५

ओ३म् 



सभी भाई बहनों को सूचित किया जाता है कि नव वर्ष चैत्र प्रतिपदा, विक्रमी २०७५ सृष्टि सम्वत १,९६,०८,५३,११९ वर्ष (तदनुसार १८ मार्च दिन रविवार २०१८ ईस्वी ) की पावन बेला पर सुबह ८ बजे से १० बजे तक आर्य समाज मंदिर, इस्माईलपुर में अथर्ववेद के मन्त्रों से विशेष यज्ञ किया जा रहा है।  जो कि आठ दिवस तक चलेगा।  सभी जिज्ञासु, ज्ञानवान, सकाम कर्मी आतुर व आर्त भक्त भाई बहन यज्ञ में अवश्य आएं। और आहुतियां दे कर पुण्य लाभ कमाएं। वातावरण को शुद्ध करें और सुखमय जीवन व प्रकृति पाएं। 

आर्य समाज यज्ञ समिति, इस्माईलपुर , जिला बिजनौर , उ० प्र० 


द्वारा ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा

सोमवार, 5 मार्च 2018

यज्ञ की महिमा

ओ३म् 

दान की महिमा व यज्ञ को ठुकराने व याज्ञिक को दुत्कारने का फल

चलती चाकी देख के दिया कबीरा रोय
दुई पाटन के बीच में साबुत बचा न कोय।
चलती चाकी देख के कबिरा दिया मुस्काय
जो कीली लिपटा रहा बाल न बांका जाय।

भाइयों बहनों! इसी प्रकार यज्ञ ब्रह्मांड की नाभि की नाभि है। जिसने इसका सहारा ले लिया उसका बाल भी बांका नहीं हो सकता।


इसका पुजारी कोई पराजित नहीं होता।
इसके पुजारी को कहीं भी भय नहीं होता।

आदि ऋषियों ने कहा है कि प्रेम से दो, श्रद्धा से भी दो, कर्तव्य के लिए भी दो, भय से भी दो परन्तु दान अवश्य ही करना चाहिए। यह दान मानव का बहुत बड़ा उपकार करता है। वेद में भी कहा है-
मा गृध: कस्यस्विद्धनम्।यजुर्वेद।४०।१।

दान व यज्ञ की महिमा अपरम्पार है।

आपका
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा
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