सोमवार, 10 मार्च 2014

ॐ नाम का दीप जला लेना

जब चारों ओर अँधेरा हो।
ॐ नाम का दीप जला लेना।
चाहे साँझ हो चाहे सवेरा हो।
प्रभु नाम का दीप जला लेना।

छोड़ दे भी ज़माना तो परवा ना कर।
वो तेरे साथ है तो जहाँ साथ है।
बस ग़ुज़र जाएगा तेरा हर मरहला।
तेरी हर दौड़ में प्रभु का हाथ है।
जितना भी ग़मों ने घेरा हो।
प्रभु नाम का दीप जला लेना।

तुझको जीना है ये सब्र के घूँट पे।
शुक्र कर तू कि ये ज़िन्दगी मिल गयी।
शुक्र कर तू कि तुझको हज़ारों मिले।
चाहे जीवन में कितनी भी शोहरत मिले।
जिस हाल में तेरा बसेरा हो।
प्रभु नाम का दीप जला लेना।

इस पोस्ट को उर्दू  में पढ़ें

(पूज्य स्वामी रामदेव जी के द्वारा गाया गया एक भजन )

आपका अपना
भवानंद आर्य

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