स्वामी दयानंद सरस्वती एक नाम जिसने 1850-1900 के समय मे गुलाम भारत को एक नवचेतना प्रदान की।
महाभारत के बाद 5000 सालो से चलते आ रहे सत्य सनातन वैदिक धर्म के पतन को रोकने का एक प्रभावी और ठौस प्रयास किया।
पर आज देश उन्हें भुलता जा रहा है या
कहे किसी साजिश के तहत उन्हें और उनके जैसे अनेक क्रांतिकारीयो को आम जनता के दिलो से मिटाने का प्रयास किया जा रहा है।
पर आज के इंटरनेट के युग मे यह सम्भव नहीं कि आप अपने महापुरुषों के बारे मे जानना चाहे और कोई आप को रोक दे।
इसी के तहत मेरा यह छोटा सा प्रयास आप चाहे तो अनेकानेक भारतीयो तक पहुँच सकता है।
1. जिसने राम प्रसाद बिसमिल को नशा(सिगरेट) छुङाकर देश भक्ति की तरफ प्रेरित किया
2. जिसने एक भटके हुए नौजवान को स्वामी श्रद्धानंद बना दिया (जिन्होंने गुरूकुल कांगङी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के संस्थापक की तथा कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन की अध्यक्षता की)
3. जो भगत सिंह के दादा (जिन्होंने अपने दोनों पुत्र तथा पौते को स्वतंत्रता आंदोलन मे लगा दिया) के प्रेरणास्रोत थे
4. लाला लाजपत राय स्वयं लिखते है की इनकी वजह से मेरा परिवार मुस्लिम बनने से बच गया
5. जिनकी पुस्तक से बाल गंगाधर तिलक को स्वराज के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी
6. जिन्होंने वेदों के प्रमाण देते हुए स्त्रियों दलितों शुद्रो को पढ़ने का अधिकार दिलवाया
7. जिन्होंने वेदों के प्रमाण देते हुए हिन्दू समाज मे जातिवाद, अन्धविश्वास, सतिप्रथा, अस्पर्शता, पाषाण पुजा आदि का विरोध किया
8. जिन्होंने अपनी पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश मे बाईबल कुरान पुराण आदि की समीक्षा की तथा इनमें लिखे अवैज्ञानिक अतार्किक बातो का संकलन किया और इन अवैदिक मतो की वैचारिक आधार पर धज्जीयाँ उङा दी
9. जिन्होंने सत्यार्थ प्रकाश मे वेदों की सिद्धांतो सरल भाषा मे लोगों मे प्रचार हेतु लिखा तथा सत्यार्थ प्रकाश मे तर्को सहित वेदों की सर्वोच्चता साबित की
10. जिन्होंने (स्त्रियों और शुद्रो सहित) सबको वेद पढ़ने का अधिकार होने की बात कहीं ( उस समय सिर्फ ब्राह्मणो को वेद पढ़ने का अधिकार होता था) तथा 'वेदों की ओर लोटो' का नारा दिया
11. जिन्होंने आर्य समाज की स्थापना की जिसे आजादी से पहले अंग्रेज क्रांतिकारियो का अड्डा कहते थे
12. जो आधुनिक समय मे प्रसिद्ध स्वामी रामदेव, महाशय धर्मपाल(MDH), हीरो ग्रुप के संस्थापक मुंजाल जी आदि अनेक भद्रपुरूषो के प्रेरणास्त्रुत है
13. जिसने आज से 140 वर्ष पुर्व अपनी एक छोटी सी पुस्तक गौकुरणानिधि मे गाय को आर्थिक तौर पर लाभकारी सिद्ध कर दिया था
14. जिन्होंने श्याम जी कृष्ण वर्मा को प्रेरित किया कि वो लंदन जाकर वहाँ पढ़ रहे भारतीयो को स्वतंत्रता आंदोलन से जोङे।इन्होंने फिर वहां वीर सावरकर, मदन लाल डिंगङा, मैडम कामा आदि अनेक क्रांतिकारी तैयार किए
15. जिनको पढ़कर बागपत की मस्जिद के इमाम(अब महेंद्र पाल आर्य) ने कुरान छोङ वेद अपना लिया और न जाने कितने मुसलमानों को आर्य बना दिया
यह सब अनेक व्यक्तियो ने नहीं बल्कि अकेले एक व्यक्ति ने किए थे।
क्या आप की ओर से ऐसे स्वामी दयानंद सरस्वती को उचित सम्मान मिलेगा??
क्या ऐसे महापुरुष के बारे मे देशवासियों को अधिक से अधिक नहीं जानना चाहिए?
ऐसे ऋषि के प्रेरणादायी चरित्र को घर घर पहुँचाने के लिए आपका अमुल्य योगदान अपेक्षित है।
यह तो बस परिचय भर है उस महान आत्मा का। उनके क्रांतिकारी कार्यो को जानने के लिए आपके पास इंटरनेट है करीए प्रयोग।
(द्वारा पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी अग्नि वेश जी योगाचार्य )
आपका ब्रह्मचारी अनुभव आर्यन
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