रविवार, 26 मई 2019

दयानंद वैदिक यज्ञ भवन इस्माईलपुर की स्थापना का मुख्य उद्देश्य

1- वैदिक सत्य सनातन धर्म की स्थापना
2- अपने हिन्दु धर्म की रक्षा हेतु सेवा













संस्थागत मुख्य बातें-

3- यह भवन किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं अतः स्वेच्छा से कोई भी इसका गलत प्रयोग नहीं कर सकता।
4- यह एक धार्मिक सेवा केन्द्र भवन ग्राम की संपत्ति है और उसका हर कार्यकर्त्ता सेवक है।
5- प्रत्येक ग्रामवासी इसमें स्वेच्छा से जुड़कर सेवा प्रदान कर सकता है।
6- इसका प्रत्येक सदस्य बड़ा या छोटा नहीं सभी इसमें सेवा देने और लाभ लेने के हकदार हैं।
7- मुख्य समिति इस की प्रहरी है।
8- मुख्य समिति की 3 अन्य समीतियाँ हैं जो अपने में स्वतंत्र भी हैं और मुख्य समिति की सहायक भी।
9- आदि ब्रह्मा से लेकर के जैमिनि मुनि पर्यन्त जो भी सिद्धांत ऋषि मुनियों ने प्रतिपादित किया है उसकी रक्षक है।

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