मंगलवार, 4 अप्रैल 2017

आर्यसमाज में रामनवमी पर विशेष यज्ञ का आयोजन

प्रेस विज्ञप्ति


राम व रामदेव जी का जन्मदिन मनाया
आर्यसमाज में रामनवमी पर विशेष यज्ञ का आयोजन
    आर्यसमाज, भारत स्वाभिमान व पतंजलि योग समिति के तत्वाधान में आर्यसमाज भवन इस्माईलपुर में हिन्दु नववर्ष के प्रथम दिवस से ही प्रतिदिन यज्ञ चल रहा है। विशेष रूप से बहनों द्वारा चलाए जा रहे इस पारंपरिक व्रत व उपवास के त्यौहार पर नित्य प्रति 9 बजे से आर्यसमाज भवन स्थित यज्ञशाला में 9 दिवसीय यज्ञ चल  रहा था और आज रामनवमी, भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्मदिवस पर समापन यज्ञ व भजन गायन का कार्यक्रम बहनों के द्वारा संपादित किया गया। तथा महिला यज्ञ समिति का गठन भी किया गया। यह आर्यसमाज 78 वर्षों से अपना वैदिक सिद्धांत के मार्ग को प्रशस्त करने का कार्य कर रहा है।


    यज्ञ का ब्रह्मत्व बहन सुनीति र्मा जी, चाँदपुर ने किया तथा संयोजन बहन शि प्रभा र्मा व बहन मुन्नी देवी ने किया। प्रधान मधु चैधरी व उपाध्यक्ष सुमन देवी, कोषाध्यक्ष मुन्नी देवी व संगठन मंत्री प्रभा व सुमित देवी तथा सरोज देवी व व सुनिता देवी नए पदाधिकारी सर्वसम्मति से नियुक्त किये गए।

    स्वामी रामदेव जी महाराज के जन्मदिवस (राम नवमी) के भ अवसर पर बाबाजी के व्यापारियों के प्रोत्साहन के लिए चलाए जा रहे स्वदेशी कार्यक्रम, आचार्यकुलम् द्वारा उन्नत शिक्षा व उत्तम चरित्र से लबरेज नई पीढ़ी के उत्थान के कार्यक्रम्, घर घर योग को फैलाने व उत्तम व चरित्रवान राष्ट्र के निर्माण तथा भारत को सर्वतोन्मुखी विकास करवाने के लिए उनके सटीक व अभेद्य प्रयासों की सराहना करते हुए भारत स्वाभिमान के तहसील प्रभारी श्री रणधीर सिंह आर्य ने बाबाजी को उनके सन्यास ग्रहण करने के दिवस पर उस यथार्थ सन्यासी को आर्यसमाज इस्माईलपुर की ओर से बधाइयाँ दी हैं। पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी ब्रह्मचारी अनुभव र्मा ने व्याख्यान देते हुए कहा कि जिस साधु संतों की टोली ने स्वामी रामदेव जी महाराज के नेतृत्व में आचार्यकुलम् की स्थापना कराते हुए वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री पद का आशीर्वाद उनके प्रधानमंत्री बनने के 1 वर्ष पहले ही दे दिया था व जिनकी वाणी अमोघ है वे निश्चित रुप से स्वामी दयानंद सरस्वती जी के ष कार्य को पूर्ण करने के लिए ही परमात्मा द्वारा विशेष दिव्य जन्म धारण करवाए गए हैं। यह मात्र सन्त नहीं किसी देवलोक की महान आत्मा ने ही जन्म धारण किया है मनुष्य रूप में एक विशेष, स्वतः परमात्मा की कार्ययोजना के आधार पर।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

free counters

फ़ॉलोअर