भारतीय सरकारों से निवेदन
यदि श्रीमद भगवद् गीता के अनिवार्य अध्ययन की व्यवस्था तथा फौजियों के
परिवार के भरण पोषण, नौकरी आदि की गारन्टी सरकार फौजियों को दे दे। तो एक
फौजी ५०-५० आतंकियों पर भारी पड़ेगा। यह मेरा निश्चित मत है।
हनुमान जी, पितामह भीष्म, लक्ष्मण, चन्द्रगुप्त, शिवाजी आदि सभी एक सैनिक भी थे। युद्ध से पहले तत्त्व ज्ञान (आत्मा, परमात्मा, पुनर्जन्म व कर्म सिद्धांत - ब्रह्मज्ञान) की व्यवस्था की जाये व उन्हें पारिवारिक भविष्य की चिंता से मुक्त कर दिया जाए तो एक सैनिक भी शेर की भाँति होगा।
हनुमान जी, पितामह भीष्म, लक्ष्मण, चन्द्रगुप्त, शिवाजी आदि सभी एक सैनिक भी थे। युद्ध से पहले तत्त्व ज्ञान (आत्मा, परमात्मा, पुनर्जन्म व कर्म सिद्धांत - ब्रह्मज्ञान) की व्यवस्था की जाये व उन्हें पारिवारिक भविष्य की चिंता से मुक्त कर दिया जाए तो एक सैनिक भी शेर की भाँति होगा।
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा
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