रविवार, 3 दिसंबर 2017

गायत्री मंत्र

🌺
🌼🌼🌼🌼🌼 

🙏 गायत्री मंत्र 🙏 
🔥🔥🔥🔥🔥 



यजुर्वेद ३६।३॥

🌸🌸🌸🌸🌸 




भावार्थ:
जो मनुष्य कर्म उपासना और ज्ञान सम्बन्धिनी विद्याओं का सम्यक् ग्रहण कर सम्पूर्ण ऐश्वर्य से युक्त परमात्मा के साथ अपने आत्मा को युक्त करते हैं तथा अधर्म अनैश्वर्य और दुख रूप मलों को छुड़ा के धर्म ऐश्वर्य और सुखों को प्राप्त होते हैं उन को अन्तर्यामी जगदीश्वर आप ही धर्म के अनुष्ठान और अधर्म का त्याग कराने को सदैव चाहता है।



🌺🌺🌺🌺🌺 
😊
🙏🙏🙏🙏🙏 




ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

free counters

फ़ॉलोअर